
रायगढ़ । जिले में लंबे समय से बंद पड़ी रेत खदानों की नीलामी प्रक्रिया अब तेज हो गई है। खनिज विभाग ने रायगढ़ जिले की 16 चिन्हांकित रेत खदानों की नीलामी के लिए विभागीय कार्यवाही पूरी कर ली है और एनआईटी (नोटिस के लिए आमंत्रण सूचना) जारी कर दी है। इन खदानों की नीलामी तीन चरणों में की जाएगी।
पिछले दो वर्षों से जिले में रेत खदानों की कमी के चलते अवैध उत्खनन और परिवहन को बढ़ावा मिला था, जिससे शासन को रॉयल्टी के रूप में भारी राजस्व नुकसान उठाना पड़ा। इस स्थिति को देखते हुए विभाग ने रेत खदान नीति में संशोधन करते हुए पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया अपनाई है।
पहला चरण:
पहले चरण में पांच रेत खदानों — खरसिया के बरभौना, धरमजयगढ़ के बायसी, घरघोड़ा के कंचनपुर, रायगढ़ के लेबड़ा और छाल के पुसल्दा — के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इच्छुक बोलीदाता 31 अक्टूबर से 6 नवंबर तक ऑनलाइन प्लेटफार्म एमएसटीसी पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, अब तक करीब आधा दर्जन लोगों ने आवेदन जमा किए हैं। इन टेंडरों को 7 नवंबर को खोला जाएगा, और चयनित बोलीदाता को 24 नवंबर तक प्रतिभूति राशि जमा करनी होगी, जिसके बाद आशय पत्र जारी किया जाएगा।
दूसरा चरण:
दूसरे चरण की नीलामी के लिए आवेदन 14 से 20 नवंबर तक लिए जाएंगे। इसमें औंराभाठा, सहजपुरी, दर्रामुड़ा, जोगड़ा, कारीछापर और रीलो रेत खदानें शामिल हैं।
तीसरा चरण:
तीसरे व अंतिम चरण की नीलामी के लिए आवेदन 21 से 27 नवंबर तक होंगे। इसमें डूमरपाली, जोगड़ा, छिरभौना और सरडामाल खदानें शामिल हैं।
तकनीकी परेशानी का सामना
ऑनलाइन प्रक्रिया के दौरान कुछ आवेदकों को तकनीकी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिला खनिज अधिकारी रमाकांत सोनी ने बताया कि –














